स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों से मांगा डाटा
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए अब 12 वर्ष से 14 वर्ष के बच्चों को भी कोविड की वैक्सीन लगनी है। हालांकि केंद्र सरकार की ओर से अभी 12 से 14 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन लगाने की घोषणा नहीं की हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्वास्थय मिशन हिमाचल प्रदेश ने हिमाचल में 12 से 14 साल के बच्चों को कोविड की वैक्सीन लगाने की तैयारियां शुरू कर दी है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमालच प्रदेश के मिशन निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कब वैक्सीन लगनी है केंद्र सरकार की ओर से अभी तक इस बारे मे फैसला नहीं लिया है। अभी यह भी तय नहीं है कि इन बच्चों को कौन सी वैक्सीन लगनी है। यह तय है कि अब 12 से 14 वर्ष के बच्चों को भी कोविड वैक्सीन लगेगी। इसके लिए एनएचएम ने तैयारियां शुरू कर दी है।
इससे पहले 15 से 18 वर्ष के बच्चों को कोविड की वैक्सीन लगाने के लिए अभियान शुरू किया गया था। इसके तहत प्रदेश के लगभग सभी बच्चों को कोविड के वैक्सीन लगा दी है। 15 से 18 वर्ष के बच्चों को जिन वैक्सीनेशन केंद्रो पर वैक्सीन लगाई गई थी 12 से 14 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए भी वहीं केंद्र रहेंगे। प्रदेश में 12 से 14 वर्ष के कितने बच्चें है। इसका डाटा स्कूलों से मांगा गया है।
वहीं हिमाचल प्रदेश राज्य में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) शुरू किया गया है, ताकि प्रसव पूर्व सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके। महिलाओं। उन्होंने कहा कि देखभाल की गुणवत्ता में सुधार के लिए दूसरी और तीसरी तिमाही में गर्भवती महिलाओं को जांच, निदान और परामर्श सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
आगे की जटिलताओं से बचने के लिए एनीमिया, उच्च रक्तचाप, मधुमेह आदि जैसी स्थितियों का भी समय पर प्रबंधन किया जाता है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पीएमएसएमए के हस्तक्षेप को पीएमएसएमए क्लीनिकों के माध्यम से लागू किया जाता है। पीएमएसएमए क्लिनिक में स्वास्थ्य संस्थान जैसे पीएचसी ,सीएचसी, सीएच, डीएच, आरएच, जेएच और मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।
हेमराज बैरवा ने बताया कि राज्य भर में हर महीने की 9 तारीख को 700 से अधिक पीएमएसएमए क्लीनिक गर्भवती महिलाओं को सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इन क्लीनिकों में लगभग 50,424 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई है। अप्रैल 2021 से फरवरी 2022 तक नैदानिक और परामर्श सेवाएं प्रदान की गई हैं।