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हिमाचल में कहर की बारिश, 19 लोगों की मौत, 6 लापता

हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार से भारी बारिश का क्रम जारी है और इसमें भारी जानमाल का नुकसान पहुंचा है। सबसे अधिक नुकसान चंबा, कांगड़ा और मंडी जिले में देखने को मिला है। इन तीनों जिलों में भारी बारिश के कारण नदी, नाले उफान पर हैं और कई स्थानों पर बाद फटने और भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। इन तीन जिलों में भारी बाढ़ और भूस्खलन के कारण 19 लोगों की मौत, 6 लापता बताए जा रहे हैं। इसके अलावा पटानकोट में हिमाचल को पंजाब से जोड़ने वाली रेलवे लाइन का चक्की पुल भी भारी बारिश के कारण बह गया है। जिससे रेलवे के माध्यम से यातायात पूरी तरह बंद हो गया है। जिसे बहाल होने में कई दिनों का समय लग सकता है। गौर रहे कि इस मानसून सीजन में अभी तक प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं में 217 लोगों की जानें जा चुकी हैं। इसके अलावा मॉनसून की वजह से प्रदेश में 1130 करोड़ रूपये के नुकसान का आकलन किया गया है।
भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित मंडी जिला के धर्मपुर इलाके के युवा कर्णजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने पहली बार इतनी बारिश देखी है और बारिश की वजह से क्षेत्र के सभी छोटे-बड़े नदी नाले उफान पर हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ की वजह से धर्मपुर कस्बा पूरी तहर प्रभावित हुआ है और यातायात सुविधाएं बूरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
वहीं मंडी जिला के गोहर विकास खंड के अन्तर्गत काशण में भयंकर भूस्खलन से पंचायत प्रधान खेम सिंह का घर जमींदोज़ हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मकान के अंदर खेम सिंह सहित परिवार के आठ लोग दबे हैं। स्थानीय लोग स्वयं जमींदोज हुए मकान के लेन्टर को तोड़कर अंदर फंसे लोगो को निकालने का प्रयास कर रहे हैं इसके साथ ही प्रशासन की ओर से तहसीलदार भी राहत बल के साथ घटनास्थल पर राहत कार्य में जुट गए हैं।
इसके अलावा मंडी कटौला पराशर मार्ग पर बागी नाला में बादल फटने से आई बाढ़ ने भारी कहर बरपाया है। यहां बाढ़ की चपेट में आने से एक पूरा परिवार लापता बताया जा रहा है। राहत व बचाव कार्य में लगे लोगों को एक बच्ची का शव को बरामद करने की सूचना प्राप्त हुई है। जबकि अन्य 5 लोग लापता बताए जा रहे हैं। बादल फटने के बाद रात बागी से पुराने कटौला तक दर्जनों परिवारों ने अपने घर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर रात बिताई है और लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।
हमीरपुर जिला के सुजानपुर इलाके में खेरी के पास बाढ़ की वजह से 15 से 20 लोगों के फंसे होने की सूचना है। वहीं पर्यटन स्थल डलहौजी का संपर्क भी अन्य इलाकों से कट गया है। डलहौजी के पास बनीखेत में बाढ़ आने से यातायात प्रभावित है। इसके अलावा चंबा के दुरदराज के क्षेत्र चुवाडी में भूस्खलन की वजह से एक परिवार के तीन लोगों के दबे होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। वहीं लाहौल स्पीति के जहालमा नाले में बाढ़ आने की वजह से दो दिन पहले चंद्रभागा नदी का प्रवाह रूक गया था जिसकी वजह से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा जसरथ गांव को जोड़ने वाला पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे इस गांव के सैकडों लोग अन्य क्षेत्रों से पूरी तरह कट गए हैं।
मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में भारी बारिश को लेकर मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, सिरमौर और कांगड़ा जिला में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा मंडी जिला प्रशासन ने भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए जिला के स्कूलों में छूट्टी कर दी है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश में भारी से बचने के लिए नदी नालों के समीप न जाने की अपील की है। इसके अलावा उन्होंने प्रशासन को सभी प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी लाते हुए फंसे हुए लोगों को निकालने के आदेश दिए हैं।

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मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की गई।
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